स्नातकोत्तर, सेमेस्टर-3; कोर: 7(राम की शक्ति पूजा,पाठ-२) कविता: सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’, डॉ. रविरंजन कुमार, सहायक प्राध्यापक, हिन्दी विभाग, घाटशिला कॉलेज, घाटशिला, झारखंड

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